निशु तिवारी एक लोकप्रिय भारतीय यूट्यूबर और सोशल मीडिया प्रभावशाली व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत, लगन और रचनात्मकता के दम पर डिजिटल दुनिया में अपनी खास पहचान बनाई है। उनकी कहानी प्रेरणादायक है, जो संघर्ष, हिम्मत और सफलता का एक शानदार उदाहरण पेश करती है। तो आइए, निशु तिवारी की कहानी को जानते हैं।
बचपन और शुरुआती जीवन
निशु तिवारी का जन्म 31 दिसंबर 1999 को दिल्ली, भारत में एक मध्यमवर्गीय हिंदू परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम सुरेंद्र तिवारी और माता का नाम अवनि तिवारी है। निशु का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखता है, लेकिन वे दिल्ली में ही पली-बढ़ीं। उनके दो भाई-बहन हैं, शुभम और प्राची तिवारी। निशु के बचपन में ही उनके परिवार को एक बड़ा झटका लगा, जब उनके पिता का निधन हो गया। उस समय निशु केवल आठवीं कक्षा में थीं। पिता के जाने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति डगमगा गई, और निशु को कम उम्र में ही जिम्मेदारियों का एहसास हो गया।
निशु ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गाजियाबाद के देहरादून पब्लिक स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने राजस्थान के JECRC विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में स्नातक की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के दौरान ही निशु को यह समझ आ गया था कि वे अपने जीवन में कुछ अलग और बड़ा करना चाहती हैं।
यूट्यूब की शुरुआत और संघर्ष
निशु का यूट्यूब करियर तब शुरू हुआ जब वे अपनी पढ़ाई के साथ-साथ इंटर्नशिप कर रही थीं। 2019 में, ‘इंडिया न्यूज़’ के साथ इंटर्नशिप के दौरान उनकी मुलाकात कुछ यूट्यूबर्स से हुई, जिन्होंने उन्हें एक प्रैंक वीडियो में हिस्सा लेने के लिए पैसे दिए। इस अनुभव ने निशु को प्रेरित किया कि वे खुद अपना यूट्यूब चैनल शुरू करें। उसी साल अगस्त में, निशु ने अपना पहला चैनल “नौटंकी निशु तिवारी” शुरू किया, जिसमें उन्होंने प्रैंक और सोशल एक्सपेरिमेंट वीडियो बनाना शुरू किया।
शुरुआत में निशु को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उनके पास न तो महंगे उपकरण थे और न ही कोई बड़ी टीम, लेकिन उनकी मेहनत और जुनून ने उन्हें आगे बढ़ाया। उनके कुछ प्रारंभिक सोशल एक्सपेरिमेंट वीडियो वायरल हो गए, जिससे उन्हें दर्शकों का प्यार और सम्मान मिला। इन वीडियो में उनकी हास्य शैली और लोगों से जुड़ने की कला साफ झलकती थी। हालांकि, कुछ लोगों ने उनके प्रैंक वीडियो को नकली या विवादास्पद बताकर आलोचना भी की, लेकिन निशु ने हार नहीं मानी।
सफलता की ऊंचाइयां
निशु के प्रैंक वीडियो ने धीरे-धीरे लोकप्रियता हासिल की, और उनके चैनल “नौटंकी निशु तिवारी” पर सब्सक्राइबर्स की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। 2020 में, उन्होंने एक दूसरा चैनल “निशु तिवारी व्लॉग्स” शुरू किया, जिसमें वे अपनी रोजमर्रा की जिंदगी, ट्रैवल और लाइफस्टाइल से जुड़े वीडियो शेयर करने लगीं। उनके पहले चैनल पर आज 2 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं, जबकि व्लॉग चैनल पर भी 6 लाख से अधिक लोग उन्हें फॉलो करते हैं।
2021 में, निशु को एक टेलीविजन शो “बिहार के लाल बनाम बंगाल के बाबू” में काम करने का मौका मिला, जो वूट ऐप पर 15 जनवरी से प्रसारित हुआ। इस शो में उनकी एक्टिंग को काफी पसंद किया गया। इसके अलावा, निशु ने कई ब्रांड्स जैसे शीन, लक्मे, फ्लिपकार्ट और प्लम के साथ भी काम किया है। उनकी इंस्टाग्राम आईडी @inishutiwari पर भी 1.2 मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, जहां वे अपनी स्टाइलिश तस्वीरें और वीडियो शेयर करती हैं।
निजी जीवन और प्रेरणा
निशु तिवारी का निजी जीवन बेहद सादा और प्रेरणादायक है। वे अपने परिवार के बहुत करीब हैं और अक्सर अपने भाई मयंक कौशिक के साथ वीडियो में नजर आती हैं। निशु का अभी तक कोई बॉयफ्रेंड नहीं है, और वे अपने करियर पर पूरी तरह से फोकस्ड हैं। उनकी मां ने उनकी पढ़ाई और सपनों को पूरा करने के लिए बहुत त्याग किया, जिसके लिए निशु उनकी बहुत आभारी हैं।
निशु को डांस, एक्टिंग और कविता लिखना पसंद है। स्कूल और कॉलेज के दिनों में उन्होंने कई कविता और शायरी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और पुरस्कार जीते। वे अपने दर्शकों को यह संदेश देती हैं कि मेहनत और लगन से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।
आज की स्थिति
आज निशु तिवारी भारत की सबसे चर्चित यूट्यूबर्स में से एक हैं। उनकी कमाई का मुख्य स्रोत उनका यूट्यूब चैनल और ब्रांड सहयोग है। अनुमान के मुताबिक, वे हर महीने 2 से 5 लाख रुपये तक कमा लेती हैं। निशु अब केवल प्रैंक वीडियो तक सीमित नहीं हैं; वे फैमिली-फ्रेंडली कंटेंट बनाती हैं और अपने दर्शकों के साथ गहरा जुड़ाव रखती हैं।
निष्कर्ष
निशु तिवारी की कहानी एक साधारण लड़की की असाधारण सफलता की गाथा है। गरीबी, आलोचना और मुश्किलों के बावजूद उन्होंने अपने सपनों को हकीकत में बदला। उनकी यह यात्रा हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है जो अपने जीवन में कुछ बड़ा करना चाहता है। निशु कहती हैं, “सपने वो नहीं जो सोते वक्त देखे जाते हैं, सपने वो हैं जो आपको सोने न दें।” उनकी यह सोच और जज्बा उन्हें सबसे खास बनाता है।